tag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post8246121619657264664..comments2023-10-20T13:42:57.703+05:30Comments on चलते -चलते...!: अहसास होता है केवल रामhttp://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comBlogger73125tag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-74677713025521292792011-05-14T13:00:14.382+05:302011-05-14T13:00:14.382+05:30मुद्दतों बाद मिली जिन्दगी , वो भी चंद साँसें
क्योँ...मुद्दतों बाद मिली जिन्दगी , वो भी चंद साँसें<br />क्योँ बढती तृष्णाएं, क्योँ लालसाओं का लिवास होता <br /><br />yes u right.......kash ! sabhi is baat ko samajh paate. very nice.thanks.Dr.Sushila Guptahttps://www.blogger.com/profile/04450307347493420306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-92021754505031091842011-02-25T23:22:25.071+05:302011-02-25T23:22:25.071+05:30वाह ! मन प्रसन्न हो गया इस उम्दा प्रस्तुति से ।बहु...वाह ! मन प्रसन्न हो गया इस उम्दा प्रस्तुति से ।बहुत अच्छी कविता कही आपने ईश्वर की मौजूदगी का अहसास कराती बेहतरीन रचना।<br />शुभकामनायेमदन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-55538164650897279172011-02-25T23:20:34.347+05:302011-02-25T23:20:34.347+05:30वाह ! मन प्रसन्न हो गया इस उम्दा प्रस्तुति से ।बहु...वाह ! मन प्रसन्न हो गया इस उम्दा प्रस्तुति से ।बहुत अच्छी कविता कही आपने ईश्वर की मौजूदगी का अहसास कराती बेहतरीन रचना।<br />हमारी शुभकामनाये आपके साथ है,मदन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-17221138597810932052011-02-23T22:57:33.805+05:302011-02-23T22:57:33.805+05:30hello sir, apka blog dekah shandaar hai, ek koshis...hello sir, apka blog dekah shandaar hai, ek koshish maine bhi ki hai, ek nazar us par bhi dalen.<br />krati-fourthpillar.blogspot.comKRATI AARAMBHhttps://www.blogger.com/profile/12330360581973744494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-1123075028301043112011-02-17T22:11:45.838+05:302011-02-17T22:11:45.838+05:30sundar rachna. bhavo ki gahrai sarahneey hai.sundar rachna. bhavo ki gahrai sarahneey hai.संतोष पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/06184746764857353641noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-74989588340165428462011-02-17T22:02:10.644+05:302011-02-17T22:02:10.644+05:30"ईश्वर तो हर क्षण दिल के पास होता है ,
नजरोँ ..."ईश्वर तो हर क्षण दिल के पास होता है ,<br />नजरोँ पर हमारी तृष्णाओँ का लिबास होता है"<br />केवल राम जी<br />उम्दा रचना,प्रस्तुतिकरण बहुत अच्छा लगा<br />शुभकामनायेAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-29476327406363209172011-02-17T15:02:01.018+05:302011-02-17T15:02:01.018+05:30क्योँ कभी-कभी यह मन उदास होता है
है गर तू कण -कण म...क्योँ कभी-कभी यह मन उदास होता है<br />है गर तू कण -कण में , क्योँ नहीं अहसास होता है..........<br />केवल जी !<br />डेशबोर्ड में उपडेटेड पोस्ट न होने के कारण समय पर नहीं आ पाया जिसका मुझे खेद है i , चलो सबसे पहले अनुसरण (follow ) की रश्म पूरी करता हूँ , ताकि भविष्य में देर से आने की गुस्ताखी न हो, <br />सुंदर कविता ,पी.एस .भाकुनीhttps://www.blogger.com/profile/10948751292722131939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-87918210214167901092011-02-16T23:17:40.916+05:302011-02-16T23:17:40.916+05:30प्रिय बंधुवर केवलराम जी
सस्नेहाभिवादन !
मन...<b><i>प्रिय बंधुवर केवलराम जी</i></b> <br />सस्नेहाभिवादन ! <br /><br /><b>मन की हलचल </b> की अच्छी अभिव्यक्ति है … <br /><b> है हर तरफ जलवा तेरा , गर तेरे हैं सब<br />फिर कोई क्यों पराया , कोई ख़ास होता है</b> <br />अच्छा लिखा है भाव श्रेष्ठ हैं , छंद में ढालने का भी सुंदर प्रयास है । <br />ढंग के रचनाकारों की ग़ज़लें और छांदस रचनाएं ग़ौर से देखा कीजिए … छंद सध जाने पर ऐसी रचनाओं का आनन्द दुगुना हो जाता है …<br /><br />नेट की समस्या के कारण <br />दो दिन विलंब से ही …<br />♥ <b> प्रणय दिवस की मंगलकामनाएं ! :) </b> <br />स्वीकार करें …<br /><b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.com/" rel="nofollow">♥ प्रेम बिना निस्सार है यह सारा संसार !</a></b> <br /><br /><b> बसंत ॠतु की भी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !</b> <br />- राजेन्द्र स्वर्णकारRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-11197334316027148322011-02-16T12:57:38.649+05:302011-02-16T12:57:38.649+05:30तेरी रहमत का सदका है जमीं आसमां में
क्यों नहीं मुझ...तेरी रहमत का सदका है जमीं आसमां में<br />क्यों नहीं मुझे यह विश्वास होता है<br />सही लिखा है आपने, मैं भी कभी-कभी फंस जाता हूँ ।Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-58525923266064220212011-02-16T11:00:11.500+05:302011-02-16T11:00:11.500+05:30मुद्दत बाद मिली जिन्दगी , वो भी चंद साँसें
क्योँ ब...मुद्दत बाद मिली जिन्दगी , वो भी चंद साँसें<br />क्योँ बढती तृष्णाएं, क्योँ लालसाओं का लिवास होता है.........<br />sundar rachna keval ram ji....Ankur Jainhttps://www.blogger.com/profile/17611511124042901695noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-23524426808942437332011-02-16T10:48:39.776+05:302011-02-16T10:48:39.776+05:30bahut sunder rachna........bahut sunder rachna........Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-18009880603957056552011-02-16T07:58:44.093+05:302011-02-16T07:58:44.093+05:30gar tere hain sab , kyun koi paraya koi khaas hota...gar tere hain sab , kyun koi paraya koi khaas hota hai , achha sher kaha hai kewalMinoo Bhagiahttps://www.blogger.com/profile/18351562434440592523noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-78738737728527039612011-02-15T22:00:43.682+05:302011-02-15T22:00:43.682+05:30vah, kya baat hai! bahut sundar...!!vah, kya baat hai! bahut sundar...!!Manoj Kumarhttps://www.blogger.com/profile/00711943513980821109noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-91806877321392063522011-02-15T15:21:34.696+05:302011-02-15T15:21:34.696+05:30बेहद खूबसूरत और उत्कृष्ट रचना के लिए बधाई ।बेहद खूबसूरत और उत्कृष्ट रचना के लिए बधाई ।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-31926521843623234292011-02-14T22:25:17.407+05:302011-02-14T22:25:17.407+05:30क्योँ कभी-कभी यह मन उदास होता है
है गर तू कण -कण म...क्योँ कभी-कभी यह मन उदास होता है<br />है गर तू कण -कण में , क्योँ नहीं अहसास होता है<br /><br />तेरी रहमत का सदका है जमीं आसमां में<br />क्यों नहीं मुझे यह विश्वास होता है<br /><br />है हर तरफ जलवा तेरा ,गर तेरे हैं सब<br />फिर कोई क्योँ पराया , कोई ख़ास होता है<br /><br /><br />सुंदर विचार.मन को अंदर तक उद्द्वेलित कर गई रचना.Meenu Kharehttps://www.blogger.com/profile/12551759946025269086noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-44104050286568534742011-02-14T22:05:37.796+05:302011-02-14T22:05:37.796+05:30shabdo aur bhavo ka khubsurat mishranshabdo aur bhavo ka khubsurat mishranAditya Tikkuhttps://www.blogger.com/profile/07149181405696484311noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-19165671963248421982011-02-14T20:47:40.922+05:302011-02-14T20:47:40.922+05:30`क्योँ नहीं अहसास होता है'
अहसास होगा केवल सच...`क्योँ नहीं अहसास होता है'<br /><br />अहसास होगा केवल सच्चे मन से करें॥चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-64431746934839515562011-02-14T20:41:23.973+05:302011-02-14T20:41:23.973+05:30केवल जी रचना पसंद आई। आपको इस सार्थक रचना के लिए आ...केवल जी रचना पसंद आई। आपको इस सार्थक रचना के लिए आभार...वीरेंद्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05613141957184614737noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-79731538234243235602011-02-14T20:04:58.640+05:302011-02-14T20:04:58.640+05:30बना रहे यह पवित्र अहसास.बना रहे यह पवित्र अहसास.राजेश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/02628010904084953893noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-38394007072305397502011-02-14T16:10:29.164+05:302011-02-14T16:10:29.164+05:30बहुत ही सुन्दर रचना, केवल राम जी, आभार.बहुत ही सुन्दर रचना, केवल राम जी, आभार.Arvind Jangidhttps://www.blogger.com/profile/02090175008133230932noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-11715157382852764752011-02-14T15:30:22.474+05:302011-02-14T15:30:22.474+05:30है हर तरफ जलवा तेरा ,गर तेरे हैं सब
फिर कोई क्योँ ...है हर तरफ जलवा तेरा ,गर तेरे हैं सब<br />फिर कोई क्योँ पराया , कोई ख़ास होता है<br /><br />वाह ..बहुत ही सुन्दर भावों के साथ बेहतरीन प्रस्तुति ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-77757885297501542172011-02-14T14:56:25.530+05:302011-02-14T14:56:25.530+05:30'तेरी रहमत का सदका है जमीं आसमां में
क्यों न...'तेरी रहमत का सदका है जमीं आसमां में <br /><br />क्यों नहीं मुझे यह विश्वाश होता है '<br /><br /> भाई केवल राम जी ,<br /><br /> बहुत पवित्र पंक्तियाँ लिखी हैं आपने !सुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-72655511745771642152011-02-14T14:55:37.378+05:302011-02-14T14:55:37.378+05:30है हर तरफ जलवा तेरा ,गर तेरे हैं सब
फिर कोई क्योँ ...है हर तरफ जलवा तेरा ,गर तेरे हैं सब<br />फिर कोई क्योँ पराया , कोई ख़ास होता है<br /><br />ईश्वर की नज़र में सब एक ही समान हैं.ये तो दुष्ट इन्सान है जो किसी को अपना और किसी को पराया समझता है अपनी स्वार्थपरकता के आधार पर.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-35673008337983479032011-02-14T13:30:32.829+05:302011-02-14T13:30:32.829+05:30डॉ. डंडा लखनवी जी के दो दोहे
माननीय डॉ. डंडा लखनव...डॉ. डंडा लखनवी जी के दो दोहे<br /><br />माननीय डॉ. डंडा लखनवी जी ने वृक्ष लगाने वाले प्रकृतिप्रेमियों को प्रोत्साहित करते हुए लिखा है-<br /><br />इन्हें कारखाना कहें, अथवा लघु उद्योग।<br />प्राण-वायु के जनक ये, अद्भुत इनके योग॥<br /><br />वृक्ष रोप करके किया, खुद पर भी उपकार।<br />पुण्य आगमन का खुला, एक अनूठा द्वार॥<br /><br />इस अमूल्य टिप्पणी के लिये हम उनके आभारी हैं।<br />http://pathkesathi.blogspot.com/वृक्षारोपण : एक कदम प्रकृति की ओरhttps://www.blogger.com/profile/01360818390523348171noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-2448578751847485712011-02-14T13:21:53.727+05:302011-02-14T13:21:53.727+05:30..सुखद एहसास।..सुखद एहसास।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.com