tag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post6927020651902410718..comments2023-10-20T13:42:57.703+05:30Comments on चलते -चलते...!: दुआ का एक लफ्ज, और वर्षों की इबादत...4केवल रामhttp://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comBlogger25125tag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-46772408749042258672012-06-16T21:00:56.084+05:302012-06-16T21:00:56.084+05:30सुन्दर अभिव्यक्ति....सुन्दर अभिव्यक्ति....Sawai Singh Rajpurohithttps://www.blogger.com/profile/12180922653822991202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-42500426778869501472012-06-15T20:40:05.727+05:302012-06-15T20:40:05.727+05:30कौन दिशा में लेके चला रे बटोहिया, कौन दिशा में?कौन दिशा में लेके चला रे बटोहिया, कौन दिशा में?ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-65859925716837854472012-06-11T18:38:14.088+05:302012-06-11T18:38:14.088+05:30सच्चे मन से दी हुई दुआ और आशीर्वाद कई बार असरदार ...सच्चे मन से दी हुई दुआ और आशीर्वाद कई बार असरदार भी होते हैMaheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-26144064816501435272012-06-11T10:56:04.239+05:302012-06-11T10:56:04.239+05:30महेंद्र जी ने सच कहा है...........
पढ़ने में सब आस...महेंद्र जी ने सच कहा है...........<br />पढ़ने में सब आसान लगता है....अमल करना कठिन है....<br />दुआओं में शक्ति है मगर सच्चे दिल से दूसरों के लिए दुआ कोई करता भी है????<br /><br />सादर<br />अनुANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-60079545490241669822012-06-11T08:51:11.737+05:302012-06-11T08:51:11.737+05:30अफ़सोस यही है कि श्रद्धा का लाभ उठाने वाले आसपास त...अफ़सोस यही है कि श्रद्धा का लाभ उठाने वाले आसपास तैयार खड़े हैं ...<br />पाखंडियों ने दुआएं बांटनी शुरू कर दी हैं..<br />शुभकामनायें आपको !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-74539813611432294812012-06-10T21:29:53.292+05:302012-06-10T21:29:53.292+05:30@ agar aap bura na mane to mai aapse ak jankaari l...@ agar aap bura na mane to mai aapse ak jankaari lena chahta hoon ...<br />parmatma,bhagwaan,ishwar ye teeno ak hain ya alag-alag.....<br />आदरणीय सुरेश जी प्रेरणादायी टिप्पणी के लिए आभार .....जहाँ तक आपके सवाल का उत्तर है ...वैसे मैं इस दिशा का ज्ञाता नहीं हूँ ..लकिन जितनी समझ बनी है उसी आधार पर आपकी जिज्ञासा शांत करने की कोशिश कर रहा हूँ ...<br />परमात्मा , भगवान् और ईश्वर वैसे तो एक ही सत्ता के तीन नाम हैं .इन्हें हम अलग - अलग नहीं कह सकते ...और यह नाम तो भाव के आधार पर अलग अलग हुए हैं वर्ना इनमें कोई अंतर नहीं ....!केवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-55658471193236290242012-06-10T20:45:34.642+05:302012-06-10T20:45:34.642+05:30बस एक पल ऐसा आता है जब ये एह्सास हमे हो जाता है कि...बस एक पल ऐसा आता है जब ये एह्सास हमे हो जाता है कि ईश्वर के सनिध्य मे ही सार है ...तब बहुत सारी बातें गौंण हो जातीं हैं ...<br />बहुत आस्था से लिखा उज्जवल आलेख ...केवल जी ..<br />आभार ..Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-10184292710433124182012-06-10T16:38:27.250+05:302012-06-10T16:38:27.250+05:30bahut hi gahan chintan .....
Kewal ji aapke likhe ...bahut hi gahan chintan .....<br />Kewal ji aapke likhe charon lekho ko agar man lagakar padha jaye to ak aam aadmi ke liye esse kimti khajana or koi nahi ho sakta .<br />agar aap bura na mane to mai aapse ak jankaari lena chahta hoon ...<br />parmatma,bhagwaan,ishwar ye teeno ak hain ya alag-alag.....Suresh kumarhttps://www.blogger.com/profile/05489753526784353258noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-42759044234625688882012-06-10T11:08:01.108+05:302012-06-10T11:08:01.108+05:30जीवन सार यही है. दुआ और इबादत मन को कम से कम आत्मस...जीवन सार यही है. दुआ और इबादत मन को कम से कम आत्मसंतुष्टि तो प्रदान करती ही हैं.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-49911023873484385082012-06-09T23:03:51.501+05:302012-06-09T23:03:51.501+05:30ईश्वर के प्रति विश्वास ही हमें ईश्वर के नजदीक लाता...ईश्वर के प्रति विश्वास ही हमें ईश्वर के नजदीक लाता है और अविश्वास नास्तिकता की ओर धकेलता है।...... स्वस्थ व सुन्दर वैचारिक अभिव्यक्ति के लिए आभार !शूरवीर रावतhttps://www.blogger.com/profile/14313931009988667413noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-24890349185642170122012-06-09T18:07:41.041+05:302012-06-09T18:07:41.041+05:30बहुत ही सुंदर प्रस्तुति । मेरे नए पोस्ट पर आपका स्...बहुत ही सुंदर प्रस्तुति । मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है । धन्यवाद ।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-56785523944956743882012-06-09T17:18:45.494+05:302012-06-09T17:18:45.494+05:30दुआ और आशीर्वाद यकीनन असरकारी होते हैं।दुआ और आशीर्वाद यकीनन असरकारी होते हैं।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-75213161220883509252012-06-09T10:38:39.904+05:302012-06-09T10:38:39.904+05:30बहुत ही सात्विक लेख जो बहुत कुछ सोचने पर मजबूर कर ...बहुत ही सात्विक लेख जो बहुत कुछ सोचने पर मजबूर कर देता हैVIJAY KUMAR VERMAhttps://www.blogger.com/profile/06898153601484427791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-54097087326706630082012-06-08T18:18:07.160+05:302012-06-08T18:18:07.160+05:30@ इस आयु में आध्यात्म का इतना गहन अध्यनन और चिंतन ...@ इस आयु में आध्यात्म का इतना गहन अध्यनन और चिंतन प्रभावित करता है. अगली श्रंखला की प्रतीक्षा...! <br /><br />आदरणीय अरुण जी<br />आपका शुक्रिया .....वैसे हम खुद को पहचान नहीं पाते और आज का हमारा जीवन बहुत भौतिकवादी हो गया है . हम जीवन में जो भी करते हैं उसके पीछे भौतिक साधनों का अर्जन हमारा उद्देश्य रहता है . प्रकृति से दूर विलासिता भरा जीवन हमें बहुत कमजोर बना रहा है . जहाँ तक रही मेरे गहन ज्ञान की बात तो यह सब आप सब का प्रेम और सम्मान है . हाँ यह बात अलग है कि मेरे गुरु जी की कृपा का प्रताप है यह सब , वर्ना हम भी दुनिया की भीड़ में खो जाते जब तक इनकी कृपा बनी रहेगी सब सही चलता रहेगा ...!केवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-56584973154640035502012-06-08T18:00:38.429+05:302012-06-08T18:00:38.429+05:30इस आयु में आध्यात्म का इतना गहन अध्यनन और चिंतन प्...इस आयु में आध्यात्म का इतना गहन अध्यनन और चिंतन प्रभावित करता है. अगली श्रंखला की प्रतीक्षा...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-32915309394686535502012-06-08T15:52:05.172+05:302012-06-08T15:52:05.172+05:30aabhaaraabhaarShilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-23989906907457782242012-06-08T15:40:11.794+05:302012-06-08T15:40:11.794+05:30बहुत ही सार्थक और सारगर्भित प्रस्तुति....बहुत ही सार्थक और सारगर्भित प्रस्तुति....Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-79240292848573753902012-06-08T15:26:29.368+05:302012-06-08T15:26:29.368+05:30प्रार्थना आराधना, श्रद्धा से साकारात्मक परिणाम देत...प्रार्थना आराधना, श्रद्धा से साकारात्मक परिणाम देती है। अतिश्रेष्ठ प्रस्तुति!!<br /><br /><a href="http://shrut-sugya.blogspot.in/2012/06/blog-post.html" rel="nofollow">सुज्ञ: एक चिट्ठा-चर्चा ऐसी भी… :)</a> में आपकी इस पोस्ट का उल्लेख है।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-87098280316748897722012-06-08T14:16:21.471+05:302012-06-08T14:16:21.471+05:30प्रार्थना के आश्चर्यजनक परिणाम होते हैं , सच ही है...प्रार्थना के आश्चर्यजनक परिणाम होते हैं , सच ही है !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-23172735837139053252012-06-08T12:38:15.060+05:302012-06-08T12:38:15.060+05:30सात्विक पोस्टसात्विक पोस्टKajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-73879129376016010122012-06-08T11:31:49.204+05:302012-06-08T11:31:49.204+05:30बात पढ़ने में तो वाकई आसान लगती है, लेकिन एक पल को...बात पढ़ने में तो वाकई आसान लगती है, लेकिन एक पल को इन बातों पर अमल करने की सोचता हूं तो कांप जाता हूं..<br /><br />बहुत सुंदर आध्यात्मिक दर्शन का ज्ञान कराया आपनेमहेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-18341552006454470052012-06-08T11:25:23.893+05:302012-06-08T11:25:23.893+05:30bahut hi sundar aur darshnikta se bharpur abhivyak...bahut hi sundar aur darshnikta se bharpur abhivyaktiपूनम श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09864127183201263925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-79394985959974858832012-06-08T10:24:25.575+05:302012-06-08T10:24:25.575+05:30ज्यादातर हमारी दुआ और इबादत अंधविश्वास पर आधारित ह...ज्यादातर हमारी दुआ और इबादत अंधविश्वास पर आधारित होती है ,,,,,,<br /><br />सुंदर अभिव्यक्ति ,,,,,<br /><br />MY RESENT POST,,,,,<a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/06/blog-post.html" rel="nofollow">काव्यान्जलि ...: स्वागत गीत,,,,,</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-90240057892112706392012-06-08T09:41:26.739+05:302012-06-08T09:41:26.739+05:30सार यही है कि जब जीवन का हर क्षण दूसरों की भलाई के...सार यही है कि जब जीवन का हर क्षण दूसरों की भलाई के लिए, कल्याण के लिए प्रयुक्त होता है , तो इबादत - दुआ बन जाती है. " कहीं पर दुआ का एक लफ्ज भी असर कर जाता है , तो कहीं पर वर्षों की इबादत हार जाती है "संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-58689985843321419892012-06-08T09:39:12.329+05:302012-06-08T09:39:12.329+05:30भाव जगत की शक्ति है, बिना किसी भौतिक आधार के भी बड...भाव जगत की शक्ति है, बिना किसी भौतिक आधार के भी बड़े प्रभावी होते हैं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com