tag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post4869877736264201734..comments2023-10-20T13:42:57.703+05:30Comments on चलते -चलते...!: आजादी पर आत्मचिन्तन... 1केवल रामhttp://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-34836104525303418182013-08-15T12:38:21.761+05:302013-08-15T12:38:21.761+05:30ताऊ की बातों से बिलकुल सहमत हूँ ....और मुझे नहीं ल...ताऊ की बातों से बिलकुल सहमत हूँ ....और मुझे नहीं लगता जब तक ये दखल ज़ारी रहेगा .....हम आज़ाद हो ही नहीं सकते ......... आज़ादी पर बढ़िया आलेख है ...आभार आपका केवल जी संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-58823186674431947012013-08-14T21:40:57.513+05:302013-08-14T21:40:57.513+05:30सब कुछ कहा अपने मन से हो पा रहा है, लगता है अभी भी...सब कुछ कहा अपने मन से हो पा रहा है, लगता है अभी भी ढेरों बाध्यतायें हैं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-91604046814136286332013-08-14T15:50:25.043+05:302013-08-14T15:50:25.043+05:30हम आज़ाद नहीं हैं हम आज़ाद नहीं हैं अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-7181955092829117182013-08-14T13:42:18.649+05:302013-08-14T13:42:18.649+05:30ताऊ जी आपने बिलकुल सही कहा है ....इस विदेशी दखल का...ताऊ जी आपने बिलकुल सही कहा है ....इस विदेशी दखल का कारण हम ही हैं .....तब भी और अब भी ....!!! केवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-39346047550295875372013-08-14T09:54:12.792+05:302013-08-14T09:54:12.792+05:30मुझे तो लगता है कि जितना विदेशी दखल अंदाज अंग्रेजो...मुझे तो लगता है कि जितना विदेशी दखल अंदाज अंग्रेजों के जमाने में भारत पर था, आज उससे कहीं ज्यादा है.<br /><br />रामराम..ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-8015427018621324082013-08-14T09:22:54.629+05:302013-08-14T09:22:54.629+05:30केवल राम जी आप बहुत सुन्दर लिखते हैं आज़ादी पर एक अ...केवल राम जी आप बहुत सुन्दर लिखते हैं आज़ादी पर एक अच्छा आलेख है, जब-तक अपनी संस्कृति अपनी भाषा वेश-भूषा इनका विकाश भी इसमें सामिल है स्वच्छंदता को स्वतंत्रता नहीं कहा जा सकता हमें अपने कल्चर को सुरक्षित रखते हुए स्वनुशाशन का पालन करना होगा.! सूबेदारhttps://www.blogger.com/profile/15985123712684138142noreply@blogger.com