tag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post2442405370641938824..comments2023-10-20T13:42:57.703+05:30Comments on चलते -चलते...!: चतुर्वर्ग फल प्राप्ति और वर्तमान मानव जीवन...1केवल रामhttp://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comBlogger32125tag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-70538146657643789922011-11-21T21:51:18.956+05:302011-11-21T21:51:18.956+05:30Sarthak lekhan ka badhiya udaharan hai!Sarthak lekhan ka badhiya udaharan hai!Tv100https://www.blogger.com/profile/18382152690723183394noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-71020427787516851522011-11-21T21:47:08.288+05:302011-11-21T21:47:08.288+05:30आपके पोस्ट पर आकर अच्छा लगा । मेरे नए पोस्ट शिवपूज...आपके पोस्ट पर आकर अच्छा लगा । मेरे नए पोस्ट शिवपूजन सहाय पर आपका इंतजार रहेगा । धन्यवादप्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-74875573885600665342011-11-21T20:26:44.865+05:302011-11-21T20:26:44.865+05:30सटीक वर्णन .....इंतज़ार है अगली कड़ी कासटीक वर्णन .....इंतज़ार है अगली कड़ी काAnju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-60862831995406263152011-11-21T16:21:29.331+05:302011-11-21T16:21:29.331+05:30आत्मचिंतन बेहद गूढ़... कुछ तो सार निकलेगा .. आगे क...आत्मचिंतन बेहद गूढ़... कुछ तो सार निकलेगा .. आगे की पोस्ट की इंतजारीडॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीतिhttps://www.blogger.com/profile/08478064367045773177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-74771681519671117262011-11-20T17:48:29.993+05:302011-11-20T17:48:29.993+05:30बेहतरीन प्रस्तुति।
शानदार अभिव्यक्ति,बेहतरीन प्रस्तुति। <br />शानदार अभिव्यक्ति,SANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-82991775201585643012011-11-19T21:22:57.474+05:302011-11-19T21:22:57.474+05:30भौतिक सुखों का भ्रमजाल इतने रंगीन तानो-बानो से बुन...भौतिक सुखों का भ्रमजाल इतने रंगीन तानो-बानो से बुना हुआ है कि मनुष्य अपने आप को भूला हुआ है.ऐसा नहीं कि स्वयम के बारे कभी सोचता ही नहीं.कई ऐसे अवसर आते हैं जब वह स्वयम को तलाशने लगता है किंतु मार्ग कठिन लगने के कारण फिर भटक कर फिर उन्हीं भ्रमजालों में उलझ जाता है.<br />सार्थक प्रस्तुति,अगली कड़ी की प्रतीक्षा रहेगी.अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)https://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-47215105637964268812011-11-17T07:29:40.109+05:302011-11-17T07:29:40.109+05:30बहुत कुछ पठनीय है यहाँ आपके ब्लॉग पर-. लगता है इस ...बहुत कुछ पठनीय है यहाँ आपके ब्लॉग पर-. लगता है इस अंजुमन में आना होगा बार बार.। मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है । धन्यवाद !प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-17763751237383247962011-11-12T12:44:37.801+05:302011-11-12T12:44:37.801+05:30सही विश्लेषण , सारगर्भित पोस्ट
अगले अंक का इन्तजार...सही विश्लेषण , सारगर्भित पोस्ट<br />अगले अंक का इन्तजार रहेगादिलबागसिंह विर्कhttps://www.blogger.com/profile/11756513024249884803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-60580130140710931752011-11-08T17:05:00.957+05:302011-11-08T17:05:00.957+05:30बहुत ही अच्छा लिखा है आपने ... आभार ।बहुत ही अच्छा लिखा है आपने ... आभार ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-22942699355217233862011-11-08T16:25:35.524+05:302011-11-08T16:25:35.524+05:30bahut sunder post ...prakruti apna sandesh sadaiv ...bahut sunder post ...prakruti apna sandesh sadaiv de deti hai ......hum hi hai jo uske sanket ke nahi pahachaan pate hai ...........badhai . <br />agle aank ka intjar rahega .shashi purwarhttps://www.blogger.com/profile/04871068133387030845noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-7502193893018467282011-11-08T16:08:16.606+05:302011-11-08T16:08:16.606+05:30bahut badhiya bhai ji...
jai hind jai bharatbahut badhiya bhai ji...<br />jai hind jai bharatSAJAN.AAWARAhttps://www.blogger.com/profile/10975214181930047006noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-70873039568296855312011-11-08T12:51:14.737+05:302011-11-08T12:51:14.737+05:30इतना कुछ पढ़ के लगता है कैसे हमारे पूर्वजों ने जीव...इतना कुछ पढ़ के लगता है कैसे हमारे पूर्वजों ने जीवन और प्राकृति को गहरे से आत्मसात किया होगा ... प्राकृति अनुसार जीवन पद्धति ....<br />बहुत आनंद आया पढ़ के ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-17807214335814983372011-11-07T22:28:00.729+05:302011-11-07T22:28:00.729+05:30हम जीवन को जितना समझने की कोशिश करेंगे उतनी ही हमे...हम जीवन को जितना समझने की कोशिश करेंगे उतनी ही हमें इसकी महता का अहसास होगा . <br />क्या बात कही है। बिल्कुल सही। अगले अंक का इंतज़ार।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-14868844412797840452011-11-07T21:37:23.012+05:302011-11-07T21:37:23.012+05:30हमारे बस में है ही क्या ?
सुंदर लेख
अगली कड़ी क...हमारे बस में है ही क्या ? <br /><br />सुंदर लेख <br />अगली कड़ी का इन्तजार हैDeepak Sainihttps://www.blogger.com/profile/04297742055557765083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-66789708806462884742011-11-07T21:29:46.096+05:302011-11-07T21:29:46.096+05:30बहुत कुछ ऐसा है जो हमारे हाथ नहीं ...पर हम मानें ...बहुत कुछ ऐसा है जो हमारे हाथ नहीं ...पर हम मानें तो .... सुंदर चिंतन डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-21116657781215857272011-11-07T18:57:08.024+05:302011-11-07T18:57:08.024+05:30बहुत उम्दा!
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आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल मंगलव...बहुत उम्दा!<br />--<br />आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल मंगलवार के <a href="http://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow">चर्चा मंच</a> पर भी की गई है! सूचनार्थ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-65200315351461348802011-11-07T18:42:18.446+05:302011-11-07T18:42:18.446+05:30आज के समय में ऐसी गहन सोच वाली बातें बहू कम ही देख...आज के समय में ऐसी गहन सोच वाली बातें बहू कम ही देखने और सुनने को मिलती है बहुत अच्छा लिखा है आपने आपकी इन बातों से..... <br />" जन्म तो लिया था आत्मा का मिलन परमात्मा से हो इसके लिए , आवागमन के चक्कर से मुक्ति मिले इसके लिए , लेकिन हुआ इसके विपरीत " ना खुदा ही मिला ना विसाले सनम " ना संसार में सही ढंग से जी सके और ना कुछ कर सके . "ना माया मिली ना राम " और बिना कुछ किये पहुंच गए शमशान . जीवन को जब गहराई से सोचा जाता है तो इसकी महता का पता चलता है . <br />आपका गहन चिंतन साफ दिखाई पड़ता है अगले अंक का इंतज़ार रहेगा।Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-26715192316208263602011-11-07T18:41:35.223+05:302011-11-07T18:41:35.223+05:30सुंदर प्रस्तुति,पढकर बहुत अच्छा लगा..अगले अंक के इ...सुंदर प्रस्तुति,पढकर बहुत अच्छा लगा..अगले अंक के इन्तजार में फिर मिलते...<br />मेरे पोस्ट में स्वागत है...धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-11256329907705542382011-11-07T18:06:44.592+05:302011-11-07T18:06:44.592+05:30जीवन का दिशा देगा आपका यह आलेख.. संग्रह कर लिया है...जीवन का दिशा देगा आपका यह आलेख.. संग्रह कर लिया है..अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-40350362961509720172011-11-07T16:19:03.223+05:302011-11-07T16:19:03.223+05:30गहन चिंतन ..आगे का पढते हैं.गहन चिंतन ..आगे का पढते हैं.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-46589086344860937682011-11-07T15:20:37.449+05:302011-11-07T15:20:37.449+05:30हमारे पूर्वजों ने वास्तव में ही कहीं गहन चिंतन किय...हमारे पूर्वजों ने वास्तव में ही कहीं गहन चिंतन किया हैKajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-43221058180265501472011-11-07T14:49:42.540+05:302011-11-07T14:49:42.540+05:30हम जीवन को जितना समझने की कोशिश करेंगे उतनी ही हमे...हम जीवन को जितना समझने की कोशिश करेंगे उतनी ही हमें इसकी महता का अहसास होगा ...<br />बिलकुल सही बात कही है जन्म तो लिया है आत्मा का मिलन परमात्मा से हो इसके लिए , आवागमन के चक्कर से मुक्ति मिले इसके लिए... प्रयासरत भी हैं...<br />सारगर्भित लेखन...अगले अंक का इन्तजार है...संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-37599137440146626402011-11-07T14:35:15.766+05:302011-11-07T14:35:15.766+05:30बहुत सुंदर, अगली कड़ी का इंतजारबहुत सुंदर, अगली कड़ी का इंतजारमहेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-8972028214437899592011-11-07T14:13:25.329+05:302011-11-07T14:13:25.329+05:30जीवन दर्शन की सुंदर विवेचना सारगर्भित आलेख में प्र...जीवन दर्शन की सुंदर विवेचना सारगर्भित आलेख में प्रस्तुत की है. <br /><br />बधाई.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6327690883637069180.post-65583730445745214002011-11-07T11:53:04.131+05:302011-11-07T11:53:04.131+05:30ज्यादातर निरुद्देश्य ही जीवन जी लेते हैं ... अच्छी...ज्यादातर निरुद्देश्य ही जीवन जी लेते हैं ... अच्छी विचारणीय पोस्टसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com